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Monday, June 30, 2008

गर पहले बता देते

एक छोटा सा आशियाना
करना ही था जब विराना
हम तिनके ना चुने होते
गर पहले बता देते
हम अपने जिगर दिल को
इतनी ना सज़ा देते
तुम ऐसे बदल जाओगे
गर पहले बता देते
दुनिया की निगाहों में
रुसवा भी किया हमको
हर मोड़ हर कदम पे
जिल्लत ही दिया हमको
गर जानते पहले हम
सपने ना बुने होते
तुम ऐसे बदल जाओगे
ये पहले बता देते
हर रस्म जुदाई का
स्वीकार किया हमने
हर शिकवा शिकायत का
भी इकरार किया हमने
मझधार में ये कश्ती
इस तरह डुबाओगे
हम भी तो संभल जाते
गर पहले बता देते

1 comment:

Anonymous said...

http://indianwomanhasarrived2.blogspot.com/
agar aap is blog sae judna chaey to sampark karey